tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post1249480209194259400..comments2024-03-20T16:15:08.075+05:30Comments on मधुर गुँजन: हर घर में पल रहा है इक साथी नवाब का--ग़ज़लऋता शेखर 'मधु'http://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-90333490208064712622017-08-21T12:13:20.345+05:302017-08-21T12:13:20.345+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (22...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (22-08-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "सभ्यता पर ज़ुल्म ढाती है सुरा" (चर्चा अंक 2704) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com