tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post6331434650785264494..comments2024-03-20T16:15:08.075+05:30Comments on मधुर गुँजन: ठोस रिश्ता-लघुकथाऋता शेखर 'मधु'http://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-15898646742103329012016-10-01T00:13:16.873+05:302016-10-01T00:13:16.873+05:30सही है ....रिश्तों को निभाने के लिए धैर्य और समझदा...सही है ....रिश्तों को निभाने के लिए धैर्य और समझदारी ज़रूरी है . संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-88802289605544236082016-09-30T11:21:39.950+05:302016-09-30T11:21:39.950+05:30आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्र...आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (01-10-2016) के चर्चा मंच <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "आदिशक्ति" (चर्चा अंक-2482) </a> पर भी होगी!<br />शारदेय नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com