tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post3337544084148774947..comments2024-03-20T16:15:08.075+05:30Comments on मधुर गुँजन: सबकी अपनी राम कहानी - गीतऋता शेखर 'मधु'http://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-8007069276801879782019-08-30T08:20:17.434+05:302019-08-30T08:20:17.434+05:30वाहवाहसुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-26118495363691989432019-07-23T21:36:01.132+05:302019-07-23T21:36:01.132+05:30वाह!
घट में जल,
और
जल में घट।
पट में चित,
और
चित म...वाह!<br />घट में जल,<br />और<br />जल में घट।<br />पट में चित,<br />और<br />चित में पट।<br />भ्रम-नगरी <br />का<br />यहीं चित्रपट!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-43598405197358544382019-07-23T18:04:26.283+05:302019-07-23T18:04:26.283+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुति।बहुत सुंदर प्रस्तुति।Nitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-675262861793749922019-07-22T22:56:17.915+05:302019-07-22T22:56:17.915+05:30ऊपर ऊपर हँसी खिली है
अंदर में मायूस गली है
किसको ब...ऊपर ऊपर हँसी खिली है<br />अंदर में मायूस गली है<br />किसको बोले कैसे बोले <br />अँखियों में अपनापन तोले<br />पाकर के बोली प्रेम भरी<br />आँखों में भर जाता पानी<br />वाह!!!!<br />बहुत ही सुन्दर अप्रतिम...<br />लाजवाब।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-50171421071727632532019-07-22T11:13:53.420+05:302019-07-22T11:13:53.420+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (23...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (23-07-2019) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "बाकी बची अब मेजबानी है" (चर्चा अंक- 3405) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com