tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post3348829096607444092..comments2024-03-20T16:15:08.075+05:30Comments on मधुर गुँजन: आत्महत्या लाँग ड्राइव नहीं कि सोचा और निकल लियेऋता शेखर 'मधु'http://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-24268544036273643712020-06-26T20:44:12.810+05:302020-06-26T20:44:12.810+05:30कई कारणों का ज़िक्र किया है...सुशांत तो तत्कालिक प...कई कारणों का ज़िक्र किया है...सुशांत तो तत्कालिक प्रेरणा हैं पोस्ट लिखने के लिए|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-36526436562736107362020-06-26T20:42:34.231+05:302020-06-26T20:42:34.231+05:30स्रीजोफीनिक जब तक घर वालों पर वार नहीं करते तब तक ...स्रीजोफीनिक जब तक घर वालों पर वार नहीं करते तब तक धैर्य से इलाज संभव...बाद में स्थिति विकट होती है| वे आत्महत्या के बारे में नहीं सोचते!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-52254106283614737372020-06-26T20:38:58.679+05:302020-06-26T20:38:58.679+05:30सही है रेखा दी!सही है रेखा दी!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-396148308206749772020-06-22T00:10:23.088+05:302020-06-22T00:10:23.088+05:30कारण बहुत हैं इसके पीछे. एक अकेले सुशांत को केन्द्...कारण बहुत हैं इसके पीछे. एक अकेले सुशांत को केन्द्र में रखकर निष्कर्ष नहीं निकाले जा सकते. राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर = RAJA Kumarendra Singh Sengarhttps://www.blogger.com/profile/16845724216196125455noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-82839224407889875882020-06-21T15:17:53.175+05:302020-06-21T15:17:53.175+05:30जानकारी के लिए आभार।जानकारी के लिए आभार।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-81342242230539848912020-06-21T08:25:31.044+05:302020-06-21T08:25:31.044+05:30सटीक। एक पहलू और भी है। आत्महत्या करने वाले का मान...सटीक। एक पहलू और भी है। आत्महत्या करने वाले का मानसिक रोगी होना। स्रीजोफीनिक। जिसे परिवार और समाज के सहारे की जरूरत होती है। जो दवा ले रहा हो उसे तो और भी ज्यादा। उसे कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है?सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2941487212104792364.post-18527466989612589712020-06-21T06:46:51.535+05:302020-06-21T06:46:51.535+05:30आत्महत्या करता कोई और है , लेकिन मजबूर होकर अन्यथा...आत्महत्या करता कोई और है , लेकिन मजबूर होकर अन्यथा जीना तो वो भी चाहता है , जिसको पता होता है कि वह अब नहीं बचेगा ।रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.com