[चोका कविता लिखने की जापानी विधा है|
इसमें वर्णों का क्रम 5+7+5…से शुरू होकर
...7+7पर अन्त होता है|]
लाल बहादुर शास्त्री
वो लाल बहादुर
दो अक्टूबर
हो गया था रौशन
कायस्थ-घर|
क्रूर काल ने छीना
पिता का साया|
नवजात विरवा
माता ने सींचा
लघुपादप बढ़ा
नभ की ओर|
भारत प्रगति को
दिया था नारा
जय जवान
औ’ जय किसान का|
राजनीति में
बने वे सहयोगी
प्रधानमंत्री
जवाहर लाल के|
सब थे स्तब्ध
नेहरू की मृत्यु से
उठा सवाल
अब अगला कौन?
लाल की निष्ठा,
देशप्रेम ने दिया
वो सिंहासन
मिली उच्च प्रतिष्ठा|
संभाला देश
कुशल नाविक सा
प्रधानमंत्री
महान परिश्रमी
दृढ़ संकल्पी
शुद्ध था आचरण|
हुई परीक्षा
भारत-पाकिस्तान
युद्ध था छिड़ा
भर दिया उबाल
जवानों में यूँ
लालबहादुर ने|
पासा दे उल्टा लेने लगे लाहौर
डरे अयूब
हुई वार्ता,संधि की
देश से दूर
गए वो ताशकंद|
दे हस्ताक्षर
किए पलक बंद
सुन मौत को
भारत था निस्पंद|
देश ने दिया
सर्वोच्च अलंकार
‘भारत रत्न’
उस पुत्र-रत्न को|
शासन काल
अठारह महीने
सर्वोच्च काल
द्ढ़ संकल्पी का था|
दिव्य शास्त्री का ही था||
अल्प काल में ही भारतवर्ष को शिखर तक पहुँचाने की विजय गाथा को सहज रूप से चोका में उतार दिया है|काफ़ी Informative भी हैं|
जवाब देंहटाएंगाँधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी को शत-शत नमन|
बढ़िया प्रस्तुति ||
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई ||
शास्त्री जी के जीवन परऽअधारित यह चोका बहुत सार्थक है । पुरा जीवन इसमें समेट दिया है ।
जवाब देंहटाएं"चोका" कविता की जापानी विधा में लिखी गयी सुंदर कविता.
जवाब देंहटाएंगाँधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी को नमन. आभार.
वाकई "चोका" कुछ अलग हट कर जापानी विधा है और लाजवाब भी...
जवाब देंहटाएंगाँधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी को शत-शत नमन|
बहुत सुन्दर...जीवन-गाथा ही समेट दी आपने...बधाई...।
जवाब देंहटाएंप्रियंका
shashtri ji ki sampurn jivani aapne likh dee hai. bahut sundar aur saarthak lekhan. dhanyawaad.
जवाब देंहटाएंइस जापानी विधा में लिखी गयी शास्त्री जी पर कविता बहुत सुंदर लगी बधाई......
जवाब देंहटाएंBahut khub!
जवाब देंहटाएंगाँधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी को नमन.
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