हर्ष बनती है कविता
विषाद बनती है कविता
ज़ुल्म सह-सह कर
आर्तनाद बनती है कविता|
अनुराग बनती है कविता
वैराग्य बनती है कविता
मौन मूक भाषा का
संवाद बनती है कविता|
त्याग बनती है कविता
बलिदान बनती है कविता
विग्रह में वतन की
पुकार बनती है कविता|
शोक बनती है कविता
क्षोभ बनती है कविता
शोषण के ख़िलाफ़
विरोध बनती है कविता|
अन्तर्द्वन्द बनती है कविता
स्वच्छन्द बनती है कविता
इज़हारे-मुहब्बत की
पसन्द बनती है कविता|
व्यथा बनती है कविता
कथा बनती है कविता
ग्रन्थ के पन्नों में
गाथा बनती है कविता|
प्रेरणा बनती है कविता
शुभकामना बनती है कविता
थके हारे पथिक की
सांत्वना बनती है कविता|
सम्मान बनती है कविता
आभार बनती है कविता
लय-छंद सजाकर
जयजयकार बनती है कविता|
ओर बनती है कविता
अंत बनती है कविता
कण-कण से निकलकर
अनन्त बनती है कविता||
ऋता शेखर 'मधु'
लय से पुर्ण कविता की काव्यात्मक व्याख्या बहुत ही अच्छी लगी|
जवाब देंहटाएंव्यथा बनती है कविता
जवाब देंहटाएंकथा बनती है कविता
ग्रन्थ के पन्नों में
गाथा बनती है कविता|.... kavita srijan ke her madhyam ko uker diya , bahut hi badhiyaa
बहुत ही प्रभावी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं.....सादर अभिनन्दन
एक छन्द मेरी ओर से-
जन्म से मृत्यु तक की इतिहास बनती है कविता|
कण-कण से निकलकर
जवाब देंहटाएंअनन्त बनती है कविता||
बहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने! हर एक शब्द लाजवाब है! शानदार प्रस्तुती!
BAHUT ACHCHHI PRASTUTI
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत सुन्दर एवं शानदार रचना लिखा है आपने! बधाई!
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
चर्चा मंच-673:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
बहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आपको !
ऋता जी कमाल की प्रस्तुति है आपकी.
जवाब देंहटाएंमधुरता का सुन्दर अहसास कराती हुई.
अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार.
मेरे ब्लॉग पर आप आयीं,इसके लिए भी आभार.
आपके ब्लॉग पर पहली बार आना हुआ ... बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...कविता के बनने के सारे कारण उपस्थित कर दिए ..
जवाब देंहटाएंप्रेरणा बनती है कविता
जवाब देंहटाएंशुभकामना बनती है कविता.
बहुत खूब ...