पूरे विश्व के लिए अभी बहुत कठिन दौर है| हमारा देश कोरोना वायरस के चपेट में आकर लॉकडाउन में चल रहा है| कोरोना वायरस श्वसन तंत्रिका संबंधी रोग है| यह लाइलाज तो नहीं पर बहुत ही खतरनाक है| इसका संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा कि महामारी का रूप धारण कर चुका है| हर तरह की यात्रा सेवा रोक दी गई है| ये संपूर्ण लॉलडाउन २४ तारीख की र्त्रि में बारह बजे से लागू किया गया है| इससे संक्रमित व्यक्ति जिस किसी के संपर्क में आता है वह संक्रमित हो जाता है| वह संक्रमित फिर जिसके संपर्क में आता है वह संक्रमित हो जाता है और पता भी नहीं चलता| लक्षण पता चलने में एक सप्ताह लगता है और ञिर पूरी तरह से ठीख हो जाने में चौदह दिन से ऊपर लग जाते हैं|
यह भारत का सौभाग्य है कि उसे प्रधानमंत्री के रूप में माननीय नरेंद्र मोदी जैसा नेता मिला है| उनके दृढ़ निर्णय से संपूर्ण देश को स्थिर कर दिया| सब घरों में कैद हो गये| किंतु सिर्फ घर में ही रहना काफी नहीं...हर आधे घंटे पर साबुन से बीस सेकेंड तक हाथों को अच्छे से धोना है| बाहर से आए दूध के पैकेट, सब्जियाँ वगैरह धोने का काम बढ़ गया| यदि बाहर लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं तो उस हाथ से मुँह, आँख और कान न छूएँ क्योंकि कोरोना इन्हीं रास्तों से शरीर में प्रवेश करता है|
सरकार के प्रयासों से भारत संक्रमण के तीसरे स्टेज में जाने से बच गया| इस बीच बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर का मामला भी सामने आया | कनिका विदेश से लौटी थीं और उन्हें चौदह दिनों तक आइसोलेशन में रहना था| उन्होंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया और कई जगहों पर म्युजिक शो किए| उनकी इस लापरवाही की वजह से बहुत सारे लोग शक के घेरे में आ गए| यह पोस्ट लिखे जाने तक कनिका ठीक होकर अस्पताल से डिसचार्ज हो चुकी हैं|
आज ६ अप्रैल तक में संक्रमित लोगों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाने के कारण देश में कई हॉट स्पॉट बन गये||
हॉट स्पॉट-- वैसे स्थानों को चिन्हित करना जहाँ एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हों|
पिछले पोस्ट में हमने मरकज के बारे में लिखा था| पन्द्रह मार्च को मरकज निजामुद्दीन में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए थे| वहाँ से कई भारत के अन्य राज्यों में चले गये और बड़ी तादाद वहीं पर छुपी रह गयी| चूँकि उनकी पहचान हो गई इसलिए भारत तीसरे स्टेज में जाने से बच गया| मकरज में जुटी तब्लीगी जमात में काफी लोग संक्रमित पाए गए| उन सबको क्वरंटाइन किया गया| जो अन्य राज्यों में गये हैं उनमें कुछ की पहचान होना बाकी है| किंतु संख्या का चार हजार से ऊपर पहुँच जाना चिन्ता का विषय है|
इस बीच चार अप्रैल को मोदी जी ने एक विडियो जारी किया | उसमें उन्होंने विनती की कि देश के सभी लोग छह अप्रैल को नौ बजे रात में नौ मिनट के लिए अपने घरों के दरवाजे पर या बालकनी से प्रकाश की एकजुटता से देश में सकात्मक ऊर्जा का संचार करें| इसके लिए वे दीया, टॉर्च, मोबाइल की फ्लैश या मोमबत्ती...कुछ भी ले सकते हैं| यह दीया देश सेवा में जुटे देश सेवकों के लिए आभार होगा| यह दीया संदेश होगा कि सारे देशवासी साथ साथ हैं| प्रकाश से निराशा का तम दूर हटेगा|
इस आहवान पर पूरा भारत दीपावली की तरह जगमगा उठा|
एकजुटता का सुन्दर समागम प्रदर्शित हुआ| कई दिनों से बंद देशवासियों के चेहरों पर मुस्कान आ गई|
ईश्वर करे कि जल्द से जल्द इस आपात स्थिति से हम बाहर निकल सकें|
इस बीच दूरदर्शन ने पुराने लोकप्रिय धारावाहिक रामायण , महाभारत, व्योमकेश बख्शी , शक्तिमान, बुनियाद, देख भाई देख का पुनः प्रसारण शुरु कर दिया है जिससे समय बिताना आसान हो गया| सूचना एवं प्रसारण मंत्री का यह कदम सराहनीय है|
यह भारत का सौभाग्य है कि उसे प्रधानमंत्री के रूप में माननीय नरेंद्र मोदी जैसा नेता मिला है| उनके दृढ़ निर्णय से संपूर्ण देश को स्थिर कर दिया| सब घरों में कैद हो गये| किंतु सिर्फ घर में ही रहना काफी नहीं...हर आधे घंटे पर साबुन से बीस सेकेंड तक हाथों को अच्छे से धोना है| बाहर से आए दूध के पैकेट, सब्जियाँ वगैरह धोने का काम बढ़ गया| यदि बाहर लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं तो उस हाथ से मुँह, आँख और कान न छूएँ क्योंकि कोरोना इन्हीं रास्तों से शरीर में प्रवेश करता है|
सरकार के प्रयासों से भारत संक्रमण के तीसरे स्टेज में जाने से बच गया| इस बीच बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर का मामला भी सामने आया | कनिका विदेश से लौटी थीं और उन्हें चौदह दिनों तक आइसोलेशन में रहना था| उन्होंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया और कई जगहों पर म्युजिक शो किए| उनकी इस लापरवाही की वजह से बहुत सारे लोग शक के घेरे में आ गए| यह पोस्ट लिखे जाने तक कनिका ठीक होकर अस्पताल से डिसचार्ज हो चुकी हैं|
आज ६ अप्रैल तक में संक्रमित लोगों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाने के कारण देश में कई हॉट स्पॉट बन गये||
हॉट स्पॉट-- वैसे स्थानों को चिन्हित करना जहाँ एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हों|
पिछले पोस्ट में हमने मरकज के बारे में लिखा था| पन्द्रह मार्च को मरकज निजामुद्दीन में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए थे| वहाँ से कई भारत के अन्य राज्यों में चले गये और बड़ी तादाद वहीं पर छुपी रह गयी| चूँकि उनकी पहचान हो गई इसलिए भारत तीसरे स्टेज में जाने से बच गया| मकरज में जुटी तब्लीगी जमात में काफी लोग संक्रमित पाए गए| उन सबको क्वरंटाइन किया गया| जो अन्य राज्यों में गये हैं उनमें कुछ की पहचान होना बाकी है| किंतु संख्या का चार हजार से ऊपर पहुँच जाना चिन्ता का विषय है|
इस बीच चार अप्रैल को मोदी जी ने एक विडियो जारी किया | उसमें उन्होंने विनती की कि देश के सभी लोग छह अप्रैल को नौ बजे रात में नौ मिनट के लिए अपने घरों के दरवाजे पर या बालकनी से प्रकाश की एकजुटता से देश में सकात्मक ऊर्जा का संचार करें| इसके लिए वे दीया, टॉर्च, मोबाइल की फ्लैश या मोमबत्ती...कुछ भी ले सकते हैं| यह दीया देश सेवा में जुटे देश सेवकों के लिए आभार होगा| यह दीया संदेश होगा कि सारे देशवासी साथ साथ हैं| प्रकाश से निराशा का तम दूर हटेगा|
इस आहवान पर पूरा भारत दीपावली की तरह जगमगा उठा|
एकजुटता का सुन्दर समागम प्रदर्शित हुआ| कई दिनों से बंद देशवासियों के चेहरों पर मुस्कान आ गई|
ईश्वर करे कि जल्द से जल्द इस आपात स्थिति से हम बाहर निकल सकें|
इस बीच दूरदर्शन ने पुराने लोकप्रिय धारावाहिक रामायण , महाभारत, व्योमकेश बख्शी , शक्तिमान, बुनियाद, देख भाई देख का पुनः प्रसारण शुरु कर दिया है जिससे समय बिताना आसान हो गया| सूचना एवं प्रसारण मंत्री का यह कदम सराहनीय है|
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 07 एप्रिल 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसार्थक संदेश
जवाब देंहटाएंदिया एक तक ठीक था। सुन्दर पोस्ट।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंरोचक और जानकारी पूर्ण लेख
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी तरह कोरोना से उत्पन्न सभी पहलुओं पर आपने चर्चा की है.
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