दोहे...........ऋता शेखर ‘मधु’
दूर-ध्वनि आभास से, दशरथ साधे तीर|
तड़पे श्रवणकुमार जब, रघुपति हुए अधीर||
मात-पिता के पास जब, दशरथ लाए नीर|
आत्मग्लानि के भाव से, रख नहिं पाए धीर||
पाए पुत्र-वियोग से, श्रवण-पिता संताप|
अवधराज को भी मिले, पुत्र-विरह का ताप||
शुक्ल नवमी चैत्र की, जनम लिए श्रीराम|
गूँज उठी किलकारियाँ, हरषा रघुकुल धाम||
स्वागत में लहरा गए, फूले हुए पलाश|
खग के मंगलगान से, मुदित हुआ आकाश||
हुलसी धारा गंग की, सुरभित हैं ऋतुराज|
चहक रही है वाटिका, प्रभु आए हैं आज||
श्यामल छवि श्रीराम की, कुंतल सोहे भाल|
गाकर मीठी लोरियाँ, माता हुईं निहाल||
जनक के दरबार में, बैठे बली महान|
शिव-चाप को तोड़ दिए, सहज भाव से राम||
ब्रह्मा के संसार में, सत्य एक ही नाम|
देते हैं विश्राम जो, कहते उनको राम||
हृदय बसाए प्रेम से, रघुनन्दन के चित्र|
मिलें हमें संसार में, महावीर सम मित्र||
.....ऋता शेखर ‘मधु’................
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज शुक्रवार (19-04-2013) के धरा खून से लाल, लाल पी एम् बनवाओ- चर्चा मंच 1219 (मयंक का कोना) पर भी होगी!
रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ!
माँ दुर्गा आप सबका कल्याण करें!
सूचनार्थ...सादर!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज शुक्रवार (19-04-2013) के धरा खून से लाल, लाल पी एम् बनवाओ- चर्चा मंच 1219 (मयंक का कोना) पर भी होगी!
रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ!
माँ दुर्गा आप सबका कल्याण करें!
सूचनार्थ...सादर!
बहुत ही सुंदर .... शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा राम जन्म पर सुंदर दोहे ,,,
जवाब देंहटाएंआपने तो मेरे ब्लॉग पर आना ही बंद कर दिया आइये आपका स्वागत है,ऋतू जी,,,,
RECENT POST : प्यार में दर्द है,
बहुत बहुत सुन्दर दी......
जवाब देंहटाएंआपको रामनवमी की अशेष शुभकामनाएं..
सस्नेह
अनु
बेहतरीन दोहे .... राम कथा को कहते हुये ।
जवाब देंहटाएंजय हो जय हो
जवाब देंहटाएंरामनवमी की ढेर सारी शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर प्रस्तुति रामनवमी की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंbehatareen
जवाब देंहटाएंबहुत खुबसूरत दोहे रचे हैं आपने मधु जी
जवाब देंहटाएंतेरे मन में राम [श्री अनूप जलोटा ]
बहुत सुन्दर ,,,, उत्तम दोने .. राम नवमी की हार्दिक बधाई ...
जवाब देंहटाएंजय श्री राम ...