स्वर्ग अप्सरा
गुलमोहर चुन्नी
ओढ़ के आई|१|
लाल सितारे
हरी चुनरी पर
लगते प्यारे|२|
धरा की गोद
करते अठखेली
स्वर्ग के फूल|३|
तपी धरती
लाल अँगार बना
गुलमोहर|४|
लावण्य भरा
अँखियों का सुकून
गुलमोहर|५|
सर्पीली पत्ती
नरम मुलायम
अदा दिखाए|६|
ताज़गी से झूमता
देता संदेश|७|
रब ने भेजा
स्वर्ग से गुलदस्ता
भेंटस्वरूप|८|
गुलमोहर
सजा देता नैनों में
ख्वाब रंगीन|९|
...ऋता शेखर ‘मधु’..
इन हाइकुओं को हाइगा के रूप में यहाँ पर देखें...
http://hindihaiga.blogspot.in/2013/05/blog-post_25.html
इन हाइकुओं को हाइगा के रूप में यहाँ पर देखें...
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गुलमोहर की इसी खूबशूरुती से अभिभूत हो दुष्यन्त जी कहते -कहते हद से गुजर जाते हैं कि "जिएँ तो आप के बगीचे में गुलमोहर के लिए ,मरें तो और की गलिओं में गुलमोहर के लिए "
जवाब देंहटाएंis rachna ke swagtarth aziz shahb ki ak line"pass pa ke mujhe vo gulmohar si khilkhila to rahi hongi...."
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर हाइकु ..... गुलमोहर खिल ही गया
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर हाइकू,आभार.
जवाब देंहटाएंइतनी सुंदर रचना ..
जवाब देंहटाएंमगर गुलमोहर इस योग्य है ...
शुभकामनायें !
बहुत बेहतरीन सुंदर हाइकू और हईगा ,,,बधाई
जवाब देंहटाएंRECENT POST : बेटियाँ,
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया
bahut hee sundar hikoo. badhai...
जवाब देंहटाएंbahut hee sundar hikoo. badhai...
जवाब देंहटाएंगुलमोहर सामान खिलते हाइकू ...
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण हैं सभी ...