चित्र गूगल से साभार |
स्वावलंबन
आओ मित्रों हम सब सीखें
पाठ स्वावलंबन का
इस पाठ को याद करें हम
तजें भाव परावलंबन का
अपना कार्य जो स्वयं करते
दृढ़ प्रतिज्ञ बन जाते हैं
कोई उनको झुका न पाता
सुख ही सुख वे पाते हैं
‘पराधीन
सपनेहुँ सुख नाहीं’
इसे जो भूल जाते हैं
हर कार्य के लिए वे
दूजे का मुँह जोहते हैं
कोई उनका कार्य न करे
दुखों से वे भर जाते हैं
भागीरथ को याद रखो
गंगा को जिसने लाया है
वीर शिवाजी के दृढ़ निश्चय ने
इतिहास में स्थान बनाया है
झाँसी की रानी को देखो
अंग्रेजों को मार भगाया है
गाँधी के स्वावलम्बी स्वभाव ने
महात्मा उन्हें बनाया है
एक बार अपनाकर देखें
खुशियों से भर जाएँगे
कोई कुछ न बिगाड़ सकेगा
जीवन में सफल हो पाएंगे|
एक बार अपनाकर देखें
जवाब देंहटाएंखुशियों से भर जाएँगे
कोई कुछ न बिगाड़ सकेगा
जीवन में सफल हो पाएंगे,,,,बहुत सुन्दर प्रस्तुति,,,,,
वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
RECENT POST...: शहीदों की याद में,,
बहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
सादर
हम स्वाधीन तो हो गए हैं लेकिन स्वावलंबी नहीं हो पाए हैं।
जवाब देंहटाएंप्रेरक कविता।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बहुत सुन्दर रचना.....सीधी सच्ची सी बात कहती हुई....
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ....
सस्नेह
अनु
कितना सुन्दर लिखा है आपनें...
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंपूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
जय हिन्द !!
इस अवसर पर आपकी पोस्ट से सजी बुलेटिन पर आईए
सार्थक विचार लिए पंक्तियाँ ..... हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंbahut achchhi prastuti......swadhinta awashyak hai
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंभागीरथ को याद रखो
जवाब देंहटाएंगंगा को जिसने लाया है
वीर शिवाजी के दृढ़ निश्चय ने
इतिहास में स्थान बनाया है ..
सच कहा है ... कठोर संकल्प लेने का समय है आज भी ... देश में बदलाव तभी संभव होगा .. उत्तम भावमय रचना ...