बुधवार, 8 जनवरी 2014

तो मैं गीत तुम्हारे गाऊँ...


गीत....

हे नारायण दयामना
शीश नवा मैं करूँ प्रार्थना
दे दो भक्ति का भंडार
तो मैं गीत तुम्हारे गाऊँ|

पितृ भक्ति में राम बनूँ
मधुर भाव सुर श्याम बनूँ
हर लो नैनों से जलधार
तो मैं गीत तुम्हारे गाऊँ|

मीत कहूँ मन बसे राधिका
प्रीत रचे मीरा सी साधिका
रच दो आशा का आधार
तो मैं गीत तुम्हारे गाऊँ|

नवल वर्ष में हर्ष नवल
मन सरित में खिले कँवल
भर दो दिल में दया अपार
तो मैं गीत तुम्हारे गाऊँ|

बन नीलकंठ धारुँ गरल
सहज बोल व्यवहार सरल
गढ़ दो खुशियों का संसार
तो मैं गीत तुम्हारे गाऊँ|
प्रभु मैं गीत तुम्हारे गाऊँ|
.............ऋता

6 टिप्‍पणियां:

आपकी टिप्पणियाँ उत्साहवर्धन करती है...कृपया इससे वंचित न करें...आभार !!!