शुक्रवार, 15 अगस्त 2014

हैं आजाद हम...



शिखी शेर शतदल सभी, भारत की पहचान
प्राणों से प्यारा हमें,जन गन मन का गान|

सर्व धर्म संपन्नता, भारत का है नूर|
दिल से दिल मिल कर रहें, खुशियाँ हों भरपूर||

केसरिया ने रच दिया, भारत का संविधान|
झूमता है लाल किला, गाकर गौरव गान||

जय भारत के घोष से, झूम उठा आकाश|
केसर हरा सफेद का, फैला प्रखर प्रकाश|

सोंधी खुशबू में बसे, मेरे तन मन प्राण|
आओ हम मिलकर करें, नव भारत निर्माण|
*ऋता*

सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!

रविवार, 3 अगस्त 2014

मित्रता


मित्रता
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सूरज को देखो जरा
वह दोस्ती निभाता है
जाने से पहले चाँद को 
रौशनी दे जाता है
सागर चाँद से मिलने
पूनम को जाता हे

कौन कहता धरती से
अम्बर कभी मिलता नहीं
दर्द बाँटने वह क्षितिज पर
तत्परता  से आता है
मेघों मे भाव है
दोस्ती का चाव है
वसुन्धरा के कदमों में
आकर बिखर जाता है

भँवरे भी बाग से 
दोस्ती निभाते हैं
गुनगुन संगीत वे
फूलों को सुनाते हैं
चिड़ियों ने भोर से
दोस्ती निभाई है
चाँदनी निशा से मिलने
तैयार होकर आई है

दोस्ती बस दोस्ती है
यहाँ कोई एहसान नहीं
बाँट लो दर्द और खुशी
संबल बन खड़े हो जाओ
कृष्ण सुदामा के जैसा
रहे न मन मलाल कोई !!
*ऋता*
मित्रता दिवस की शुभकामनाएँ !!